ॐ प्रकृत्यै नमः।
Om Prakrityai Namah।
जो स्वयं प्रकृति स्वरूपा हैं
ॐ विकृत्यै नमः।
Om Vikrityai Namah।
जिन्हें हम विभिन्न नामों या रूपों से जानते हैं
ॐ विद्यायै नमः।
Om Vidyayai Namah।
जो समस्त प्रकार की विद्याओं में विद्यमान हैं
ॐ सर्वभूतहितप्रदायै नमः।
Om Sarvabhutahitapradayai Namah।
जो संसार के समस्त सुखों को प्रदान करती हैं
ॐ श्रद्धायै नमः।
Om Shraddhayai Namah।
जिन्हें केवल सच्ची श्रद्धा द्वारा प्राप्त किया जा सकता है
ॐ विभूत्यै नमः।
Om Vibhutyai Namah।
जो अपने भक्तों को धन-सम्पदा प्रदान करती हैं
ॐ सुरभ्यै नमः।
Om Surabhyai Namah।
जो सर्वोच्च देवी हैं और त्रिमूर्ति भी जिनकी आराधना करते हैं
ॐ परमात्मिकायै नमः।
Om Paramatmikayai Namah।
जो तीनों लोकों की आराध्य देवी हैं
ॐ वाचे नमः।
Om Vache Namah।
जिनकी वाणी अमृत तुल्य है
ॐ पद्मालयायै नमः।
Om Padmalayayai Namah।
जो कमल पुष्प के आसन पर विराजमान हैं
ॐ पद्मायै नमः।
Om Padmayai Namah।
जो कमल वर्ण वाली हैं
ॐ शुचये नमः।
Om Shuchaye Namah।
जो स्वयं पवित्र हैं
ॐ स्वाहायै नमः।
Om Swahayai Namah।
जो स्वयं आहुतिस्वरूपा हैं
ॐ स्वधायै नमः।
Om Swadhayai Namah।
जो स्वधा देवी के रूप में स्थित हैं
ॐ सुधायै नमः।
Om Sudhayai Namah।
जो स्वयं अमृत के रूप में विद्यमान हैं
ॐ धन्यायै नमः।
Om Dhanyayai Namah।
जो कृतज्ञता का मूर्त रूप हैं
ॐ हिरण्मय्यै नमः।
Om Hiranmayyai Namah।
जिनकी आभा स्वर्ण के समान तेजपूर्ण है
ॐ लक्ष्म्यै नमः।
Om Lakshmyai Namah।
जो धन-ऐश्वर्य प्रदान करती हैं
ॐ नित्यपुष्टायै नमः।
Om NityaPushtayai Namah।
जो निरन्तर पुष्ट (शक्तिशाली) होती रहती हैं
ॐ विभावर्यै नमः।
Om Vibhavaryai Namah।
जो अत्यन्त सुन्दर हैं एवं अनन्त तेज को धारण करने वाली हैं
ॐ अदित्यै नमः।
Om Adityai Namah।
जिनकी कान्ति सूर्य के समान है
ॐ दित्यै नमः।
Om Dityai Namah।
जो भक्तों की प्रार्थना का उत्तर हैं
ॐ दीपायै नमः।
Om Dipayai Namah।
जिनका तेज सहस्र सूर्यों के समान है
ॐ वसुधायै नमः।
Om Vasudhayai Namah।
जो भूमिदेवी के रूप में भक्तों का कल्याण करती हैं
ॐ वसुधारिण्यै नमः।
Om Vasudharinyai Namah।
जो सम्पूर्ण पृथ्वी का भार धारण करती हैं
ॐ कमलायै नमः।
Om Kamalayai Namah।
जो कमला पुष्प से प्रकट होने वाली देवी हैं
ॐ कान्तायै नमः।
Om Kantayai Namah।
जो भगवान श्री विष्णु की अर्धांगिनी हैं
ॐ कामाक्ष्यै नमः।
Om Kamakshyai Namah।
जिनके नेत्र अत्यधिक आकर्षक एवं दिव्य हैं
ॐ क्षीरोधसम्भवायै नमः।
Om Kshirodhasambhavayai Namah।
जो भगवान विष्णु के साथ क्षीरसागर में निवास करती हैं
ॐ अनुग्रहप्रदायै नमः।
Om Anugrahapradayai Namah।
जो नाना प्रकार के सुख प्रदान करती हैं
ॐ बुद्धये नमः।
Om Buddhaye Namah।
जो स्वयं बुद्धिस्वरूपा हैं
ॐ अनघायै नमः।
Om Anaghayai Namah।
जो निष्पाप हैं
ॐ हरिवल्लभायै नमः।
Om Harivallabhyai Namah।
जो भगवान श्री हरि की धर्मपत्नी हैं
ॐ अशोकायै नमः।
Om Ashokayai Namah।
जो दुःख का नाश करती हैं
ॐ अमृतायै नमः।
Om Amritayai Namah।
जो अमृत का मूल तत्त्व हैं एवं जो सागरमन्थन से अमृत के साथ प्रकट हुई थीं
ॐ दीप्तायै नमः।
Om Diptayai Namah।
जो सदैव दीप्तिमान रहती हैं
ॐ लोकशोकविनाशिन्यै नमः।
Om Lokashokavinashinyai Namah।
जो समस्त सृष्टि की पीड़ा का शमन करती हैं
ॐ धर्मनिलयायै नमः।
Om Dharmanilayayai Namah।
जो धर्म की स्थापना करने वाली हैं
ॐ करुणायै नमः।
Om Karunayai Namah।
जो दया एवं करुणा का सागर हैं
ॐ लोकमात्रे नमः।
Om Lokamatre Namah।
जो सम्पूर्ण जगत की माता हैं
ॐ पद्मप्रियायै नमः।
Om Padmapriyayai Namah।
जिन्हें कमल पुष्प अति प्रिय हैं
ॐ पद्महस्तायै नमः।
Om Padmahastayai Namah।
जिनके हाथ कमल पुष्प के समान हैं
ॐ पद्माक्ष्यै नमः।
Om Padmakshyai Namah।
जिनके नेत्र कमल के समान हैं
ॐ पद्मसुन्दर्यै नमः।
Om Padmasundaryai Namah।
जो कमल पुष्प की भाँति सुन्दर हैं
ॐ पद्मोद्भवायै नमः।
Om Padmodbhavayai Namah।
जो कमल पुष्प से प्रकट होती हैं
ॐ पद्ममुख्यै नमः।
Om Padmamukhyai Namah।
जिनका मुख कमल के समान है
ॐ पद्मनाभप्रियायै नमः।
Om Padmanabhapriyayai Namah।
जो पद्मनाभ (भगवान विष्णु) की प्रियतमा हैं
ॐ रमायै नमः।
Om Ramayai Namah।
जो भगवान विष्णु को प्रसन्न रखती हैं
ॐ पद्ममालाधरायै नमः।
Om Padmamaladharayai Namah।
जो कमल पुष्पों की माला धारण करती हैं
ॐ देव्यै नमः।
Om Devyai Namah।
जो सर्वशक्तिशाली हैं
ॐ पद्मिन्यै नमः।
Om Padminyai Namah।
जो क्षीरसागर में कमल पुष्प से प्रकट होने वाली देवी हैं
ॐ पद्मगन्धिन्यै नमः।
Om Padmagandhinyai Namah।
जिनकी कमल पुष्प के समान सुगन्ध है
ॐ पुण्यगन्धायै नमः।
Om Punyagandhayai Namah।
जो दैवीय सुगन्ध वाली हैं
ॐ सुप्रसन्नायै नमः।
Om Suprasannayai Namah।
जो सदैव प्रसन्न एवं आनन्दित रहने वाली हैं
ॐ प्रसादाभिमुख्यै नमः।
Om Prasadabhimukhyai Namah।
जो सदैव भक्तों को वर प्रदान करने हेतु तत्पर हैं
ॐ प्रभायै नमः।
Om Prabhayai Namah।
जिनकी कान्ति सहस्रों देदीप्यमान सूर्यों के समान है
ॐ चन्द्रवदनायै नमः।
Om Chandravadanayai Namah।
जिनका मुखमण्डल चन्द्रमा के समान है
ॐ चन्द्रायै नमः।
Om Chandrayai Namah।
जो चन्द्र की भाँति शान्त एवं शीतल हैं
ॐ चन्द्रसहोदर्यै नमः।
Om Chandrasahodaryai Namah।
जो चन्द्रमा की बहन हैं
ॐ चतुर्भुजायै नमः।
Om Chaturbhujayai Namah।
जो चार भुजाओं वाली हैं
ॐ चन्द्ररूपायै नमः।
Om Chandrarupayai Namah।
जिनका चन्द्र के समान रूप है
ॐ इन्दिरायै नमः।
Om Indirayai Namah।
जो क्षीरसागर में सूर्य के समान देदीप्यमान हैं
ॐ इन्दुशीतलायै नमः।
Om Indushitalayai Namah।
जिनका स्वभाव चन्द्रमा के समान शान्त एवं शीतल है
ॐ आह्लादजनन्यै नमः।
Om Ahladajananyai Namah।
जो समस्त सृष्टि को आह्लादित करने वाली हैं
ॐ पुष्ट्यै नमः।
Om Pushtayai Namah।
जो भक्तों को स्वास्थ्य (आरोग्य) प्रदानकर पुष्ट रखती हैं
ॐ शिवायै नमः।
Om Shivayai Namah।
जो अत्यधिक शुभ हैं
ॐ शिवकर्यै नमः।
Om Shivakaryai Namah।
जो सबका मंगल करती हैं
ॐ सत्यायै नमः।
Om Satyai Namah।
जो परम सत्य हैं
ॐ विमलायै नमः।
Om Vimalayai Namah।
जो अत्यन्त शुद्ध हैं
ॐ विश्वजनन्यै नमः।
Om Vishwajananyai Namah।
जो सम्पूर्ण चराचर जगत की माता हैं
ॐ तुष्ट्यै नमः।
Om Tushtayai Namah।
जो सांख्य दर्शन में कथित नौ तुष्टियों (चार आध्यात्मिक और पाँच बाह्य) की स्वामिनी हैं
ॐ दारिद्र्यनाशिन्यै नमः।
Om Daridryanashinyai Namah।
जो दरिद्रता को नष्ट करने वाली हैं
ॐ प्रीतिपुष्करिण्यै नमः।
Om Pritipushkarinyai Namah।
जिनके नेत्र सुख प्रदान करने वाले हैं
ॐ शान्तायै नमः।
Om Shantayai Namah।
जो श्रुतिस्वरूपा हैं
ॐ शुक्लमाल्याम्बरायै नमः।
Om Shuklamalyambarayai Namah।
जो श्वेत पुष्पों की माला एवं श्वेत वस्त्र धारण करने वाली हैं
ॐ श्रियै नमः।
Om Shriyai Namah।
जो श्री (लक्ष्मी) एवं सौभाग्य प्रदान करती हैं
ॐ भास्कर्यै नमः।
Om Bhaskaryai Namah।
जो तीनों लोकों को प्रकाशित करने वाली हैं
ॐ बिल्वनिलयायै नमः।
Om Bilvanilayayai Namah।
जो बिल्ववृक्ष में निवास करती हैं
ॐ वरारोहायै नमः।
Om Vararohayai Namah।
जो भक्तों को इच्छित वर प्रदान करने हेतु सदैव तत्पर हैं
ॐ यशस्विन्यै नमः।
Om Yashaswinyai Namah।
जो सम्पूर्ण सृष्टि में सम्मानीय एवं पूजनीय हैं
ॐ वसुन्धरायै नमः।
Om Vasundharayai Namah।
जो पृथ्वी की पुत्री हैं
ॐ उदाराङ्गायै नमः।
Om Udarangayai Namah।
जो सुन्दर अंगों वाली हैं
ॐ हरिण्यै नमः।
Om Harinyai Namah।
जो हिरण के समान सुन्दर एवं सौम्य हैं
ॐ हेममालिन्यै नमः।
Om Hemamalinyai Namah।
जो स्वर्ण का हार धारण करती हैं
ॐ धनधान्यकर्यै नमः।
Om Dhanadhanyakaryai Namah।
जो धन-धान्य प्रदान करती हैं
ॐ सिद्धये नमः।
Om Siddhaye Namah।
जो नाना प्रकार की सिद्धि प्रदान करती हैं
ॐ स्त्रैणसौम्यायै नमः।
Om Strainasoumyayai Namah।
जो मृदुस्वभाव वाली देवी हैं
ॐ शुभप्रदायै नमः।
Om Shubhapradayai Namah।
जो शुभफल प्रदान करती हैं
ॐ नृपवेश्मगतानन्दायै नमः।
Om Nripaveshmagatanandayai Namah।
जिन्हें राजसी महल में निवास करना प्रिय है
ॐ वरलक्ष्म्यै नमः।
Om Varalakshmyai Namah।
जो सुख-सुविधा प्रदान करती हैं
ॐ वसुप्रदायै नमः।
Om Vasupradayai Namah।
जो धन-सम्पदा प्रदान करती हैं
ॐ शुभायै नमः।
Om Shubhayai Namah।
जो सफलता एवं सम्पन्नता प्रदान करती हैं
ॐ हिरण्यप्राकारायै नमः।
Om Hiranyaprakarayai Namah।
जो स्वर्ण में निवास करती हैं
ॐ समुद्रतनयायै नमः।
Om Samudratanayayai Namah।
जो क्षीरसागर की प्रिय पुत्री हैं
ॐ जयायै नमः।
Om Jayayai Namah।
जो विजय की देवी हैं
ॐ मङ्गलादेव्यै नमः।
Om MangalaDevyai Namah।
जो अत्यन्त शुभ हैं
ॐ विष्णुवक्षस्स्थलस्थितायै नमः।
Om Vishnuvakshassthalasthitayai Namah।
जो भगवान श्री हरि विष्णु के हृदय में निवास करती हैं
ॐ विष्णुपत्न्यै नमः।
Om Vishnupatnyai Namah।
जो भगवान विष्णु की धर्मपत्नी हैं
ॐ प्रसन्नाक्ष्यै नमः।
Om Prasannakshyai Namah।
जिनकी दृष्टि प्रसन्नता से परिपूर्ण है
ॐ नारायणसमाश्रितायै नमः।
Om Narayanasamashritayai Namah।
भगवान नारायण जिनके आश्रय हैं
ॐ दारिद्र्यध्वंसिन्यै नमः।
Om Daridryadhwamsinyai Namah।
जो दुख-दारिद्र्य को नष्ट कर देती हैं
ॐ देव्यै नमः।
Om Devyai Namah।
जो सर्वशक्तिशाली हैं
ॐ सर्वोपद्रववारिण्यै नमः।
Om Sarvopadrava Varinyai Namah।
जो समस्त प्रकार के उपद्रवों को शान्त करती हैं
ॐ नवदुर्गायै नमः।
Om Navadurgayai Namah।
जो नवदुर्गा के नौ रूपों में स्थित हैं
ॐ महाकाल्यै नमः।
Om Mahakalyai Namah।
जो स्वयं महाकाली-स्वरूपा हैं
ब्रह्माविष्णुशिवात्मिका
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ॐ ब्रह्माविष्णुशिवात्मिकायै नमः।
Om Brahmavishnushivatmikayai Namah।
जो त्रिमूर्ति (ब्रह्मा, विष्णु, महेश) की प्रिय हैं
ॐ त्रिकालज्ञानसम्पन्नायै नमः।
Om Trikalajnanasampannayai Namah।
जिन्हें तीनों कालों (भूत, भविष्य, वर्तमान) का ज्ञान है
ॐ भुवनेश्वर्यै नमः।
Om Bhuvaneshwaryai Namah।
जो 14 भुवनों की स्वामिनी हैं