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भगवान गङ्गाधर आरती - हिन्दी गीतिकाव्य और वीडियो गीत

DeepakDeepak

भगवान गङ्गाधर आरती

ॐ जय गङ्गाधर भगवान शिव की सबसे प्रसिद्ध आरती में से एक है।

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॥ भगवान गङ्गाधर आरती ॥

ॐ जय गङ्गाधर जय हर जय गिरिजाधीशा।

त्वं मां पालय नित्यं कृपया जगदीशा॥

ॐ हर हर हर महादेव॥

कैलासे गिरिशिखरे कल्पद्रुमविपिने।

गुन्जति मधुकरपुन्जे कुन्जवने गहने॥

कोकिलकूजित खेलत हन्सावन ललिता।

रचयति कलाकलापं नृत्यति मुदसहिता॥

ॐ हर हर हर महादेव॥

तस्मिन्ल्ललितसुदेशे शाला मणिरचिता।

तन्मध्ये हरनिकटे गौरी मुदसहिता॥

क्रीडा रचयति भुषारज्जित निजमीशम्।

इन्द्रादिक सुर सेवत नामयते शीशम्॥

ॐ हर हर हर महादेव॥

बिबुधबधू बहु नृत्यत हृदये मुदसहिता।

किन्नर गायन कुरुते सप्त स्वरसहिता॥

धिनकत थै थै धिनकत मृदङ्ग वादयते।

क्वण क्वण ललिता वेणुं मधुरं नाटयते॥

ॐ हर हर हर महादेव॥

रुण रुण चरणे रचयति नूपुरमुज्ज्वलिता।

चक्रावर्ते भ्रमयति कुरुते तां धिक तां॥

तां तां लुप चुप तां तां डमरू वादयते।

अङ्गुष्ठांगुलिनादं लासकतां कुरुते॥

ॐ हर हर हर महादेव॥

कर्पूरघुतिगौरं पन्चाननसहितम्।

त्रिनयनशशिधरमौलिं विषधरकण्ठयुतम्॥

सुन्दरजटायकलापं पावकयुतभालम्।

डमरुत्रिशूलपिनाकं करधृतनृकपालम्॥

ॐ हर हर हर महादेव॥

मुण्डै रचयति माला पन्नगमुपवीतम्।

वामविभागे गिरिजारूपं अतिललितम्॥

सुन्दरसकलशरीरे कृतभस्माभरणम्।

इति वृषभध्वजरूपं तापत्रयहरणम्॥

ॐ हर हर हर महादेव॥

शङ्खनिनदम् कृत्वा झल्लरि नादयते।

नीराजयते ब्रह्मा वेद-ऋचां पठते॥

अतिमृदुचरणसरोजं हृत्कमले धृत्वा।

अवलोकयति महेशं ईशं अभिनत्वा॥

ॐ हर हर हर महादेव॥

ध्यानं आरति समये हृदये अति कृत्वा।

रामस्त्रिजटानाथं ईशं अभिनत्वा॥

सन्गतिमेवं प्रतिदिन पठनं यः कुरुते।

शिवसायुज्यं गच्छति भक्त्या यः श्रृणुते॥

ॐ हर हर हर महादेव॥

Kalash
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