☰
Search
Mic
हि
Android Play StoreIOS App Store
Setting
Clock

2592 फाल्गुन पूर्णिमा का दिन Mountlake Terrace, Washington, संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए

DeepakDeepak

2592 फाल्गुन पूर्णिमा

Mountlake Terrace, संयुक्त राज्य अमेरिका
फाल्गुन पूर्णिमा
18वाँ
मार्च 2592
Sunday / रविवार
फाल्गुन पूर्णिमा
Purnima Puja

फाल्गुन पूर्णिमा समय

फाल्गुन पूर्णिमा रविवार, मार्च 18, 2592 को
पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ - मार्च 17, 2592 को 08:21 पी एम बजे
पूर्णिमा तिथि समाप्त - मार्च 18, 2592 को 08:54 पी एम बजे

टिप्पणी: सभी समय १२-घण्टा प्रारूप में Mountlake Terrace, संयुक्त राज्य अमेरिका के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं।
आधी रात के बाद के समय जो आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं, आगामि दिन से प्रत्यय कर दर्शाये गए हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है।

2592 फाल्गुन पूर्णिमा

हिन्दु कैलेण्डर के पूर्ण चन्द्र दिवसों को उत्तर भारतीय राज्यों में पूर्णिमा, दक्षिण भारतीय राज्यों में पौर्णमी तथा गुजरात में पूनम के नाम से जाना जाता है। हिन्दु कैलेण्डर में वर्णित सभी पूर्णिमा तिथियाँ अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं क्योंकि, पूर्णिमा तिथि पर सदैव कोई विशेष पर्व अथवा जयन्ती अवश्य होती है।

विभिन्न जयन्ती व उत्सवों के अतिरिक्त भी अनेक परिवार परम्परिक रूप से पूर्णमासी के दिन एक दिवसीय उपवास का पालन करते हैं। पूर्णिमा तिथि सत्य नारायण पूजा हेतु भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है।

फाल्गुन पूर्णिमा, हिन्दु चन्द्र वर्ष की अन्तिम पूर्णिमा तिथि है, अतः इस दिन भी उपवास का पालन किया जाता है। हिन्दुओं का सर्वाधिक लोकप्रिय एवं महत्वपूर्ण उत्सव होली भी फाल्गुन पूर्णिमा पर ही मनाया जाता है। फाल्गुन पूर्णिमा, सम्पत्ति एवं समृद्धि की देवी लक्ष्मी का जन्मदिवस भी है, जिसे लक्ष्मी जयन्ती के रूप में मनाया जाता है।

फाल्गुन पूर्णिमा को वसन्त पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि, यह पूर्णिमा वैदिक खगोल शास्त्र में वर्णित छह ऋतु(ओं) में से एक, वसन्त ऋतु के समय आती है। उल्लेखनीय है कि, वर्तमान में हिन्दु पर्व ऋतुओं के अनुसार नहीं आते हैं, क्योंकि पृथ्वी के धुरी परिभ्रमण में परिवर्तन के कारण अधिकांश हिन्दु पर्व अपनी सम्बन्धित ऋतु से पृथक हो गये हैं। ऋतुओं में आये इस परिवर्तन का अवलोकन करने में सहस्र वर्षों का समय लगता है, अतः सभी पर्वों को ऋतुओं से सम्बन्धित मान लिया जाता है तथा वर्तमान में उस पर्व की ऋतु के अनुसार उसे एक वैकल्पिक नाम दे दिया जाता है।

तमिलनाडु, आन्ध्र प्रदेश, तेलंगाना तथा कर्नाटक समेत अन्य दक्षिण भारतीय राज्यों में फाल्गुन पूर्णिमा को काम दहनम् के रूप में मनाया जाता है। काम दहनम् अनुष्ठान, उत्तर भारतीय होलिका दहन अनुष्ठान के समान ही है, किन्तु काम दहनम् से सम्बन्धित पौराणिक कथा, होलिका दहन कथा से भिन्न है। सामान्यतः होली उत्सव को उत्तर भारतीय पर्व माना जाता है किन्तु यह पर्व तमिलनाडु में कमान पंडिगई तथा तेलंगाना व आन्ध्र प्रदेश में कमुनि पांडुगा के नाम से मनाया जाता है।

पश्चिम बंगाल तथा उड़ीसा में फाल्गुन पूर्णिमा को, डोल पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है। डोल पूर्णिमा का पर्व भगवान कृष्ण को समर्पित होता है। डोल पूर्णिमा के अवसर पर भगवान कृष्ण की विशाल शोभायात्रा निकाली जाती है तथा शोभायात्रा में भक्तगण भगवान कृष्ण के साथ होली खेलते हुये चलते हैं।

फाल्गुन पूर्णिमा के दिन चैतन्य महाप्रभु का जन्मदिवस भी होता है। अतः फाल्गुन पूर्णिमा का दिन गौड़ीय ब्राह्मणों के लिये भी अत्यन्त महत्वपूर्ण होता है।

Kalash
कॉपीराइट नोटिस
PanditJi Logo
सभी छवियाँ और डेटा - कॉपीराइट
Ⓒ www.drikpanchang.com
प्राइवेसी पॉलिसी
द्रिक पञ्चाङ्ग और पण्डितजी लोगो drikpanchang.com के पञ्जीकृत ट्रेडमार्क हैं।
Android Play StoreIOS App Store
Drikpanchang Donation